इसमें शिक्षा काल 10 वर्ष का है। हिन्दी के माध्यम से निम्नलिखित विषयों की शिक्षा मैट्रिक (विद्याधिकारी) तक दी जाती है। 9म. तथा 10म. श्रेणियों में निम्नलिखित विषयों के शिक्षण की समुचित व्यवस्था है।
अनिवार्य विषय :
संस्कृत | हिन्दी साहित्य | धर्म शिक्षा | अंग्रेजी |
वैर्किल्पक विषयः-निम्नलिखित में से कोई दो विषय
गणित | विज्ञान | इतिहास | संस्कृत व्याकरण |
नागरिक शास्त्र | भूगोल | मनोविज्ञान | अर्थशास्त्र |
ड्राइंग | गृह विज्ञान (कन्याओं के लिये) |
छात्राओं की शिक्षा दो भागों में विभक्त है -
- प्राथमिक (1 म0 से 5वीं श्रेणी तक)
- माध्यमिके (6 से 12वीं श्रेणी तक)।
10 म0 श्रेणी पास करने पर छात्रो को विद्याधिकारी (मैट्रिक) का प्रमाण पत्र दिया जाता है। जो प्रान्तीय सरकारों, शिक्षा विभागों विविध हाईस्कूलों तथा इण्टरमीडिएट बोर्डो द्वारा मैट्रिक के समान स्वीकृत है। विद्याधिकारी पास छात्रा पंजाब की संस्कृत की शास्त्री परीक्षा में और उत्तर प्रदेश में इण्टर में दाखिल हो सकती है।
सूचना
- महाविद्यालय में प्रवेश जुलाई के आरम्भ में होता है।
- गुरूकुल में प्रविष्टि हुए बिना तथा नियम पूर्वक अध्ययन किये बिना गुरूकुल की कोई परीक्षा प्राईवेट नहीं दी जा सकती है। आश्रमवास तथा कक्षाओं में नियमिति अध्ययन अनिवाय है।
विद्याविनोद ( इण्टरमीडिएट ) में पाठ्य विषयों की स्वीकृत रूपरेखा
श्रेणी-11-12
अनिवार्य विषय
संस्कृत -वाङ्मय (वैदिक तथा लौकिक संस्कृत-साहित्य) | अंग्रेजी |
वैकिल्पक विषयः-निम्नलिखित में से इच्छानुसार कोई तीन विषय लेने होंगेः-
विशेष संस्कृत वाङ्मय (वैदिक वैदिक तथा लौकिक संस्कृत-साहित्य) |
विज्ञान | हिन्दी साहित्य | इतिहास |
राजनीति शास्त्र | मनोविज्ञान | अर्थशास्त्र | समाजशास्त्र |
गृह विज्ञान या संगीत (केवल कन्याओं के लिये) | गणित | ड्राइंग और पेंटिंग | भौतिक विज्ञान |
रसायन विज्ञान | जीवन विज्ञान | वाणिज्य (कॉमर्स) |
विद्यालंकार (बी0ए0)
श्रेणी-13-14 तथा 15
अनिवार्य विषयः
संस्कृत -वाङ्मय(वैदिक तथा लौकिक संस्कृत-साहित्य) | अंग्रेजी | भारतीय संस्कृति केवल एक पत्र |
वैकिल्पक विषयः-निम्नलिखित में से कोई दो विषय लेने होंगेः-
विशेष संस्कृत वाङ्मय (वैदिक वैदिक तथा लौकिक संस्कृत-साहित्य) |
दर्शन | हिन्दी साहित्य | इतिहास |
मनोविज्ञान | राजनीति शास्त्र | अर्थशास्त्र | समाजशास्त्र |
गृहविज्ञान या संगीत | गणित | ड्राइंग पेन्टिंग |
गुरूकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालय में प्रवेश के लिए स्वीकृत परीक्षायें
गुरूकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय के शिक्षा पटल (एजुकेशन बोर्ड) ने सन 1963 से विशेष धारा के अन्तर्गत महाविद्यालय में प्रवेश के लिए निम्नलिखित परीक्षायें स्वीकृत की है
- प्रथम वर्ष में प्रवेश करने के लिए।
- गुरूकुल की विद्याधिकारी।
- संस्कृत सहित मैट्रिक। संस्कृत रहित मैट्रिक के लिए यह आवश्यक होगा कि वह गुरूकुल की मैट्रिक के स्तर की संस्कृत की परीक्षा उत्तीर्ण कर ले।
- वाराणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय की अंग्रेजी सहित पूर्वमध्यमा परीक्षा। अंग्रेजी रहित पूर्व मध्यमा के लिए यह आवश्यक होगा कि वह मैट्रिक की अंग्रेजी परीक्षा उत्तीर्ण हो गुरूकुल की मैट्रिक के स्तर की अंग्रेंजी परीक्षा उत्तीर्ण कर ले।
- विशारद पंजाब विश्वविद्यालय जिसने मैट्रिक की अंग्रेंजी परीक्षा उत्तीर्ण की हो अथवा जो गुरूकुल की मैट्रिक के स्तर की अंग्रेजी की परीक्षा उत्तीर्ण कर ले।
द्वितीय वर्ष में प्रवेश के लिए
संस्कृत सहित हायर सेकेण्डरी परीक्षा के लिये-
- गुरूकुल की विद्याविनोद परीक्षा।
- संस्कृृत सहित इन्टरमीडिएट परीक्षा
- वाराणसेव संस्कृत विश्वविद्यालय की अंग्रेजी सहित उत्तरमध्यमा परीक्षा। अंग्रेजी रहित उत्तरमध्यमा के लिए यह आवश्यक होगा कि वह इण्टर की अंग्रेजी परीक्षा उत्तीर्ण हो अथवा गुरूकुल की इण्टर के स्तर की अंग्रेंजी की परीक्षाा उत्तीर्ण कर ले।